#1 कोयल नवंबर 25, 2013 ・0 comments ・Topic: अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध काली-काली कू-कू करती, जो है डाली-डाली फिरती! कुछ अपनी हीं धुन में ऐंठी छिपी हरे पत्तों में बैठी जो पंचम सुर में गाती है वह ही... Read post