#1 नागार्जुन के काव्य में जीवन मूल्य सितंबर 20, 2015 ・0 comments नागार्जुन के काव्य में जीवन मूल्य/ डा.त्रिवेणी झा/ 2012 (प्रथम संस्करण)/ मिलिंद प्रकाशन, 4-3-178/2,कन्दास्वामी बाग, हनुमान व्यायामशाला की... Read post
#2 बलिदान चाहिए / रमा द्विवेदी जुलाई 29, 2015 ・0 comments ・Topic: बलिदान चाहिए रमा द्विवेदी Independence Day Indian independence movement मेरे देश को भगवान नहीं,सच्चा इंसान चाहिए, गांधी-सुभाष जैसा बलिदान चाहिए। इंसानियत विलख रही इंसान ही के खातिर, इंसाफ दे सके जो ऐसा सत... Read post
#3 वंदना के इन स्वरों में एक स्वर मेरा मिला लो | Vandana जुलाई 28, 2015 ・0 comments ・Topic: सोहनलाल द्विवेदी वंदना के इन स्वरों में एक स्वर मेरा मिला लो। राग में जब मत्त झूलो तो कभी माँ को न भूलो, अर्चना के रत्नकण में एक कण मेरा मिला लो। जब हृद... Read post
#4 कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती | Koshish Karne Waalon Ki Kabhi Haar Nahi Hoti जुलाई 27, 2015 ・0 comments ・Topic: हरिवंशराय बच्चन लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फि... Read post
#5 कौन सिखाता है चिडियों को जुलाई 26, 2015 ・0 comments ・Topic: कौन सिखाता है चिडियों को द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी कौन सिखाता है चिड़ियों को चीं-चीं, चीं-चीं करना? कौन सिखाता फुदक-फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर्र से उड़ना दाने चुग-चुग खाना? ... Read post
#6 चेतक की वीरता | Chetak Ki Veerta जुलाई 26, 2015 ・0 comments ・Topic: चेतक की वीरता श्यामनारायण पाण्डेय बकरों से बाघ लड़े¸ भिड़ गये सिंह मृग–छौनों से। घोड़े गिर पड़े गिरे हाथी¸ पैदल बिछ गये बिछौनों से।।1।। हाथी से हाथी जूझ पड़े¸ भिड़ गये स... Read post
#7 खूनी हस्ताक्षर | Khooni Hastakshar जुलाई 26, 2015 ・0 comments ・Topic: गोपालप्रसाद व्यास वह खून कहो किस मतलब का जिसमें उबाल का नाम नहीं। वह खून कहो किस मतलब का आ सके देश के काम नहीं। वह खून कहो किस मतलब का जिसमें जीवन, न रव... Read post