Short stories by मुंशी प्रेमचंद
जून 12, 2010 ・0 comments ・Topic: किताब पुस्तकें भाषा मुंशी प्रेमचंद हिंदी भाषा हिन्दी हिन्दी की किताबे
Novel | उपन्यास Short stories | कहानियाँ
- Nirmala | निर्मला
- Andher | अन्धेर
- Anaath Lark | अनाथ लड़की
- Apani Karnii | अपनी करनी
- Amrit | अमृत
- Algojhya | अलग्योझा
- Akhiri Tohfa | आख़िरी तोहफ़ा
- Akhiri Manzil | आखिरी मंजिल
- Aatma-sangeet | आत्म-संगीत
- Aatmaram | आत्माराम
- Aadhar | आधार
- Aalha | आल्हा
- Izzat ka Khoon | इज्जत का खून
- Isteefa | इस्तीफा
- Idgah | ईदगाह
- Ishwariya Nyay | ईश्वरीय न्याय
- Uddhar | उद्धार
- Ek Aanch ki Kasar | एक ऑंच की कसर
- Actress | एक्ट्रेस
- Kaptaan Sahib | कप्तान साहब
- Karmon ka Phal | कर्मों का फल
- Cricket Match | क्रिकेट मैच
- Kavach | कवच
- Qaatil | क़ातिल
- Kutsa | कुत्सा
- Koi dukh na ho to bakri kharid laa | कोई दुख न हो तो बकरी खरीद ला
- Kaushal | कौशल़
- Khudi | खुदी
- Gairat ki Kataar | गैरत की कटार
- Gulli Danda | गुल्ली डंडा
- Ghamand Ka putla | घमंड का पुतला
- Jyoti | ज्योति
- Jaadu | जादू
- Jail | जेल
- Juloos | जुलूस
- Jhanki | झांकी
- Thaakur ka Kuan | ठाकुर का कुआं
- Taintar | तेंतर
- Triya Charitra | त्रिया-चरित्र
- Tangewale ke Bar | तांगेवाले की बड़
- Tirsool | तिरसूल
- Dand | दण्ड
- Durga ka Mandir | दुर्गा का मन्दिर
- Devi | देवी
- Devi (another story) | देवी - एक और कहानी
- Doosri Shadi | दूसरी शादी
- Dil ki Rani | दिल की रानी
- Do Bailon Ki Katha | दो बैलों की कथा
- Do sakhiyan | दो सखियाँ
- Dhikkaar | धिक्कार
- Dhikkaar (another story) | धिक्कार - एक और कहानी
- Neur | नेउर
- Neki | नेकी
- Nabi ka Neeti Nirvaah | नबी का नीति-निर्वाह
- Narak ka Marg | नरक का मार्ग
- Nairashya | नैराश्य
- Nairashya Leela | नैराश्य लीला
- Nasha | नशा
- Naseehaton ka Daftar | नसीहतों का दफ्तर
- Naag Puja | नाग-पूजा
- Nadaan Dost | नादान दोस्त
- Nirvaasan | निर्वासन
- Panch Parmeshwar | पंच परमेश्वर
- Patni se Pati | पत्नी से पति
- Putra Prem | पुत्र-प्रेम
- Paipuji | पैपुजी
- Pratishodh | प्रतिशोध
- Prem Sutra | प्रेम-सूत्र
- Parvat Yatra | पर्वत-यात्रा
- Prayashchit | प्रायश्चित
- Pariksha | परीक्षा
- Poos ki Raat | पूस की रात
- Bank ka Diwala | बैंक का दिवाला
- Beton Wali Vidhva | बेटोंवाली विधवा
- Bade Ghar ki Beti | बड़े घर की बेटी
- Bade Babu | बड़े बाबू
- Bade Bhai Sahab | बड़े भाई साहब
- Band Darwaza | बन्द दरवाजा
- Banka Zamindar | बाँका जमींदार
- Bohni | बोहनी
- Maiku | मैकू
- Motor ke Chhinte | मोटर के छींटे
- Mantra | मंत्र
- Mandir aur Masjid | मंदिर और मस्जिद
- Manaavan | मनावन
- Mubarak Bimari | मुबारक बीमारी
- Mamata | ममता
- Ma | माँ
- Mata ka Hriday | माता का ह्रदय
- Milaap | मिलाप
- Mote Ram ji Shastri | मोटेराम जी शास्त्री
- Swarg ki Devi | र्स्वग की देवी
- Rajhath | राजहठ
- Rashtra ka Sevak | राष्ट्र का सेवक
- Laila | लैला
- Vafaa ka Khanjar | वफ़ा का ख़जर
- Vaasna ki Kadiyan | वासना की कड़ियॉँ
- Vijay | विजय
- Vishwas | विश्वास
- Shankhnad | शंखनाद
- Shudra | शूद्र
- Sharaab ki Dukaan | शराब की दुकान
- Shanti | शांति
- Shaadi ki Vajah | शादी की वजह
- Shanti | शान्ति
- Stri Aur Purush | स्त्री और पुरूष
- Svarg ki Devi | स्वर्ग की देवी
- Swaang | स्वांग
- Sabhyata ka Rahasya | सभ्यता का रहस्य
- Samar Yatra | समर यात्रा
- Samasya | समस्या
- Sailani Bandar | सैलानी बंदर
- Swamini | स्वामिनी
- Sirf ek Awaaz | सिर्फ एक आवाज
- Sohag ka Shav | सोहाग का शव
- Saut | सौत
- Holi ki Chhutti | होली की छुट्टी
GodanMunshi Premchand's Short StoriesKarmabhumi (Oxford India Collection)My Life and Times: PremchandThe Oxford India Premchand (Oxford India Collection)Munshi Premchand: A Literary BiographyBetween Two Worlds: An Intellectual Biography of PremchandPremchand- A Life in Letters
एक टिप्पणी भेजें
हिन्दी की प्रसिद्ध कवितायें / रचनायें
Published on http://rachana.pundir.in
If you can't commemt, try using Chrome instead.