#1 मई 10, 2015 ・0 comments ・Topic: इंतज़ार ख़ुमार बाराबंकवी जज़्बात मोहब्बत शिद्दत ऐसा नहीं कि उन से मोहब्बत नहीं रही जज़्बात में वो पहले-सी शिद्दत नहीं रही सर में वो इंतज़ार का सौदा नहीं रहा दिल पर वो धड़कनों की हुक़... Read post
#2 huki Jhuki Si Nazar Beqarar Hai Ki Nahi | झुकी झुकी सी नज़र बेक़रार है कि नहीं मई 05, 2015 ・0 comments ・Topic: कैफ़ी आज़मी झुकी झुकी सी नज़र बेक़रार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं तू अपने दिल की जवाँ धड़कनों को गिन के बता मेरी तरह तेरा द... Read post
#3 कर चले हम फ़िदा जानो-तन साथियो | kar chale hum fida मई 04, 2015 ・0 comments ・Topic: कैफ़ी आज़मी गणतंत्र दिवस कर चले हम फ़िदा जानो-तन साथियो अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई फिर भी बढ़ते क़दम को न रुकने दिया कट गए सर हमारे तो... Read post
#4 माँ अप्रैल 30, 2015 ・0 comments ・Topic: प्रेमचंद (Author-प्रेमचंद) आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन वर्षो में उसने कठिन तपस्या करके जो दस... Read post
#5 प्राप्ति अप्रैल 29, 2015 ・0 comments ・Topic: कविता प्राप्ति सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' तुम्हें खोजता था मैं, पा नहीं सका, हवा बन बहीं तुम, जब मैं थका, रुका । मुझे भर लिया तुमने गोद में, कितने चुम्बन दिये, मेरे मानव-म... Read post
#6 एक बूँद अप्रैल 16, 2015 ・0 comments ・Topic: अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ ज्यों निकल कर बादलों की गोद से थी अभी एक बूँद कुछ आगे बढ़ी सोचने फिर-फिर यही जी में लगी, आह! क्यों घर छोड़कर मैं यों कढ़ी? देव मेरे भा... Read post
#7 जागो प्यारे अप्रैल 16, 2015 ・0 comments ・Topic: अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ बाल-कविताएँ उठो लाल अब आँखें खोलो, पानी लाई हूँ, मुँह धो लो । बीती रात कमल-दल फूले, उनके ऊपर भौंरे झूले । चिड़ियाँ चहक उठी पेड़ों पर, बहने लगी ह... Read post