#1 आज होली है मार्च 22, 2008 ・0 comments ・Topic: होली ~भारतेंदु हरिश्चंद्र~ गले मुझको लगा लो ए दिलदार होली में । बुझे दिल की लगी भी तो ए याए होली में ।। नहीं यह है गुलाले सुर्ख उड़ता हर जगह... Read post
#2 होली मार्च 21, 2008 ・0 comments ・Topic: मीराबाई सूरदास होली ~~ सूरदास ~~ हरि संग खेलति हैं सब फाग। इहिं मिस करति प्रगट गोपी: उर अंतर को अनुराग।। सारी पहिरी सुरंग , कसि कंचुकी , काजर दे दे नैन। बनि ब... Read post
#4 समझे वही इसको जो हो दीवाना किसी का मार्च 17, 2008 ・1 comments ・Topic: अकबर इलाहाबादी समझे वही इसको जो हो दीवाना किसी का 'अकबर' ये ग़ज़ल मेरी है अफ़साना किसी का गर शैख़ो-बहरमन सुनें अफ़साना किसी का माबद न रहे काब-ओ-बुत... Read post
#5 यादें थी कि आज भी उतनी हसीं मार्च 17, 2008 ・0 comments एक वक्त था जब वक्त कटता नही था उ नकी याद आने के बाद एक वक्त है आज , जब वक्त कट जाता है उनकी याद आने के बाद ... Read post
#6 दिन बसन्त के मार्च 09, 2008 ・0 comments ・Topic: ठाकुरप्रसाद सिंह पिछली रात को .... बसंत हिन्दी दिन बसन्त के राजा-रानी-से तुम दिन बसन्त के आए हो हिम के दिन बीतते दिन बसन्त के पात पुराने पीले झरते हैं झर-झर कर नई क... Read post
#7 यह दीप अकेला स्नेह भरा मार्च 03, 2008 ・2 comments ・Topic: अज्ञेय यह दीप अकेला स्नेह भरा है गर्व भरा मदमाता पर इसको भी पंक्ति को दे दो यह जन है : गाता गीत जिन्हें फिर और कौन गायेगा पनडुब्बा : ये मोती सच्चे ... Read post