#1 यह दीप अकेला स्नेह भरा मार्च 03, 2008 ・2 comments ・Topic: अज्ञेय यह दीप अकेला स्नेह भरा है गर्व भरा मदमाता पर इसको भी पंक्ति को दे दो यह जन है : गाता गीत जिन्हें फिर और कौन गायेगा पनडुब्बा : ये मोती सच्चे ... Read post