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धुन ये है आम तेरी रहगुज़र होने तक

अप्रैल 18, 2023 ・0 comments
 कृष्ण बिहारी 'नूर' की ग़ज़ल धुन ये है आम तेरी रहगुज़र होने तक हम गुज़र जाएँ ज़माने को ख़बर होने तक मुझको अपना जो बनाया है तो एक और ...
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