पथिक - रामनरेश त्रिपाठी

पथिक - रामनरेश त्रिपाठी

 

कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम-कहानी |  जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी | 

कवि रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित  खंडकाव्य 'पथिक' 

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