पथिक - रामनरेश त्रिपाठी जुलाई 24, 2022 ・0 comments कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम-कहानी | जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी | कवि रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित खंडकाव्य 'पथिक' Share Copy link Copy Link copied to clipboard
एक टिप्पणी भेजें
हिन्दी की प्रसिद्ध कवितायें / रचनायें
Published on http://rachana.pundir.in
If you can't commemt, try using Chrome instead.