#1 आधुनिक युग की मीरा - महादेवी वर्मा दिसंबर 07, 2024 ・0 comments ・Topic: महादेवी वर्मा १. महादेवी वर्मा का जन्म फरुखाबाद में सन् १६०७ ई० में हुआ । २. रचनाएँ - कविताएँ नीहार, रश्मि, नीरजा, सांध्यगीत आदि । गद्य- अतीत के चलचित्र, ... Read post
#2 प्रिय इन नयनों का अश्रु-नीर! सितंबर 11, 2018 ・0 comments ・Topic: महादेवी वर्मा ~~~~ प्रिय इन नयनों का अश्रु-नीर! प्रिय इन नयनों का अश्रु-नीर! दुख से आविल सुख से पंकिल, बुदबुद् से स्वप्नों से फेनिल, बहता है युग-... Read post
#3 अग्निरेखा (टकरायेगा नहीं) दिसंबर 29, 2016 ・0 comments ・Topic: अग्निरेखा महादेवी वर्मा टकरायेगा नहीं आज उद्धत लहरों से, कौन ज्वार फिर तुझे पार तक पहुँचायेगा ? अब तक धरती अचल रही पैरों के नीचे, फूलों की दे ओट सुरभि के... Read post
#4 हिन्दी की उत्कृष्ट रचनाएँ | जो तुम आ जाते एक बार | Jo Tum AA Jate Ek Bar दिसंबर 19, 2016 ・0 comments ・Topic: महादेवी वर्मा विरहपूर्ण गीतों की गायिका महादेवी वर्मा आधुनिक युग की मीरा कही जाती है। महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधि... Read post
#5 अधिकार | Adhikar by Mahadevi Verma नवंबर 15, 2015 ・0 comments ・Topic: महादेवी वर्मा वे मुस्काते फूल, नहीं जिनको आता है मुर्झाना, वे तारों के दीप, नहीं जिनको भाता है बुझ जाना; वे नीलम के मेघ, नहीं जिनको है घुल जाने क... Read post
#6 मां के ठाकुर जी भोले हैं जून 18, 2012 ・0 comments ・Topic: महादेवी वर्मा ठंडे पानी से नहलाती ठंडा चन्दन उन्हें लगाती उनका भोग हमें दे जाती तब भी कभी न बोले हैं मां के ठाकुर जी भोले हैं। -- महादेवी वर्मा Read post
#7 जब यह दीप थके फ़रवरी 05, 2008 ・1 comments ・Topic: काव्य संग्रह महादेवी वर्मा छायावादी युग की प्रमुख स्तंभ तथा आधुनिक मीरा के नाम से जाने जानी वाली कवियत्री द्वारा रचित जब यह दीप थके जब यह दीप थके ज... Read post