#1 नयनों की रेशम डोरी से अप्रैल 27, 2017 ・0 comments ・Topic: सोहन लाल द्विवेदी नयनों की रेशम डोरी से अपनी कोमल बरज़ोरी से। रहने दो इसको निर्जन में बाँधो मत मधुमय बन्धन में, एकाकी ही है भला यहाँ, निठुराई की झक... Read post
#2 Ajj Aakhaan Waris Shah Nu अप्रैल 25, 2017 ・0 comments ・Topic: Amrita Pritam Ajj Aakhaan Waris Shah Nu is a famous dirge by the renowned Punjabi writer and poet Amrita Pritam (1919-2005) about the horrors of the p... Read post
#3 प्रकृति संदेश अप्रैल 16, 2017 ・0 comments पर्वत कहता शीश उठाकर, तुम भी ऊँचे बन जाओ। सागर कहता है लहराकर, मन में गहराई लाओ। समझ रहे हो क्या कहती हैं उठ उठ गिर गिर तरल तरंग भर लो भर ... Read post